पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Tuesday, July 28, 2009

कुंबले की पत्नी को बेटी के पालन पोषण को लेकर सलाह।


उच्चतम न्यायालय ने आज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की पत्नी और उनके पूर्व पति को अपनी बेटी के पालन पोषण को लेकर चल रहे मुकदमे को अदालत से बाहर सुलझाने का प्रयास करने को कहा।
उच्चतम न्यायालय ने चेतना कुंबले और उनके पूर्व पति कुमार जाहगिरधर को अपनी 15 वर्षीय बेटी के पालन पोषण को लेकर समझौता करने को कहा। न्यायमूर्ति तरुण चटर्जी और न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा ने इस मुद्दे को सुलझाने का समय देने के उद्देश्य से सुनवाई तीन हफ्ते तक स्थगित कर दी।
चेतना कुंबले ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय की शरण ली थी। उच्च न्यायालय ने इस मामले को पारिवारिक अदालत के पास भेज दिया था। जाहगिरधर ने तलाक के बाद चेतना और कुंबले के साथ रह रही बेटी को अपने साथ रखने के लिए उच्च न्यायालय से गुहार लगाई थी। चेतना ने तलाक के बाद कुंबले से शादी कर ली थी और 2004 के बाद उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर उनकी बेटी उनके साथ रह रही है।

0 टिप्पणियाँ: