पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Monday, August 3, 2009

पुलिस अधिकारी के रिश्वत लेते पकड़े जाने पर फरियादी को पीटा एसीबी टीम से धक्का-मुक्की।


महावीर नगर कोटा थाने के सीआई रामनारायण मीणा को दलाल संजय शर्मा के मार्फत 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगहाथों पकड़ने के बाद थाने के स्टाफ ने फरियादी के साथ मारपीट कर दी। उन्होंने एसीबी की टीम के साथ भी धक्का-मुक्की की। एसीबी ने महावीर नगर थाने में वहीं के सीआई व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले में सीआई को निलंबित कर दिया गया है और एएसआई व चार जवानों को लाइनहाजिर किया गया है। 
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के एसपी पीपी टांक के अनुसार ट्रेप की कार्रवाई करते-करते काफी रात हो गई थी। कार्रवाई खत्म कर जब ब्यूरो के डीएसपी विशाल शर्मा व स्टाफ फरियादी यशवीर को साथ लेकर थाने से बाहर निकल रहे थे। उसी समय अचानक सीआई रामनारायण मीणा व वहां के स्टाफ ने यशवीर पर हमला कर दिया। उसकी जमकर पिटाई की। उसे बचाने का प्रयास करने पर ब्यूरो के स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की कर दी। जैसे-तैसे सभी लोग बड़ी मुश्किल से बचकर वहां से निकल सके।
एसपी टांक ने इसकी जानकारी आईजी एसपी खड़गावत व सिटी एसपी भूपेन्द्र साहू को दी। सभी अधिकारियों ने घटना को गंभीरता से लिया और मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। शनिवार को इस मामले में डीएसपी विशाल शर्मा ने महावीर नगर थाने में सीआई रामनारायण मीणा, एएसआई जकीउद्दीन, हैडकांस्टेबल बाबूलाल पारेता, कांस्टेबल भूपाल सिंह, जवाहर लाल व किशन सिंह, ग्रामीण पुलिस में तैनात कांस्टेबल मुरारी लाल व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया।

एसपी सिटी भूपेन्द्र साहू के अनुसार इस मामले में सीआई रामनारायण मीणा को निलंबित कर दिया गया है। जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है, उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है। मामले की जांच डीएसपी द्वितीय आदर्श चौधरी को सौंपी गई है।

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