पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Tuesday, August 4, 2009

पहले अपराध किया, अब कानून पढ़ेगा।



हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा एक कैदी अब कानून की पढ़ाई करेगा। 10 साल से ज्यादा जयपुर जेल में बिता चुका ये कैदी अब तक जेल से ही कई डिग्रियां और डिप्लोमा हासिल कर चुका है। अब उसने हाईकोर्ट से कानून की पढ़ाई की अनुमति मांगी है।

न्यायाधीश मनीष भण्डारी ने कारागार महानिदेशक व सेवर जेल अधीक्षक को आदेश दिया कि बंदी का प्रवेश पत्र भरवाने की व्यवस्था की जाए। इस बंदी ने जेल में रहते बीए और एमए की डिग्री तो हासिल कर ही ली है, मानव अधिकार व कम्प्यूटर साईन्स का डिप्लोमा भी कर लिया है।

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