पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Saturday, October 17, 2009

पत्नी सहित अमर फंसे, आरोप से किया इनकार


समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अमर सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ करीब 500 करोड़ रुपये के कथित घपले के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जबकि सिंह ने इस आरोप को मनगढ़ंत कहकर खारिज कर दिया है।

प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक [कानून एवं व्यवस्था] बृजलाल ने लखनऊ में बताया कि कल कानपुर के बाबूपुरवा पुलिस थाने में दर्ज करवाई गई प्राथमिकी में सिंह और उनकी पत्नी पर लगभग पांच सौ करोड़ रुपये के काले धन को सफेद करने के लिए विभिन्न नामों से पांच कंपनियां खोलने का आरोप है। उन्होंने कहा कि 14 पृष्ठों की शिकायत अभिनेता अमिताभ बच्चन का नाम कंपनी के निदेशक के रूप में आया है।

कानपुर की डीआईजी नीरा रावत ने बताया कि शिवकांत त्रिपाठी ने 14 पन्नों की अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वर्ष 2003-2008 के दौरान अमर सिंह और उनकी पत्नी ने अपनी कंपनियों को दूसरी कंपनियों के साथ मिलाकर इस तरीके से तकरीबन पांच सौ करोड़ रुपये की रकम अर्जित की। शिकायतकर्ता शिवकांत त्रिपाठी की पहचान कानपुर में एक स्कूल चलाने वाले व्यक्ति के रूप में की गई है जो वहां के कई सामाजिक संगठनों से जुड़ा है।

अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि भारतीयद दंड संहिता, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और धन शोधन कानून की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सपा नेता अमर सिंह ने कहा कि आरोप मनगढ़ंत हैं जो टिक नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरे पास छिपाने को कुछ नहीं है। हर चीज सार्वजनिक है और इंटरनेट पर उपलब्ध है। वे पब्लिक लिमिटेड कंपनी हैं, जिनका अंकेक्षण अंकेक्षकों द्वारा किया जाता है। अमिताभ बच्चन और मेरे खिलाफ आरोप लगाना आसान है, क्योंकि इससे टेलीविजन चैनलों की टीआरपी बढ़ जाती है।

अमर सिंह ने कहा कि बच्चन को बाराबंकी भूमि मामले में भी फंसाया गया लेकिन बाद में सभी आरोप निरस्त हो गए। प्राथमिकी में एनर्जी डेवेलपमेंट कंपनी लिमिटेड, ईडीसीएल पावर लिमिटेड, पंकजा आर्ट एंड क्रेडिट लिमिटेड, सर्वोत्तम कैप लिमिटेड, ईडीसीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड एंड ईस्टर्न इंडिया कंपनी के नाम दिए गए हैं। सिंह दंपत्ति के पास इन सभी का स्वामित्व है अथवा वे ही इन्हें चला रहे हैं।

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