पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Friday, November 20, 2009

वकील द्वारा खुदकुशी के मामले में चीफ जस्टिस कोर्ट में हंगामा।


राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ में शुक्रवार को वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट के बाहर जमकर हंगामा किया। इससे मुख्य न्यायाधीश जगदीश भल्ला को सुनवाई छोड़कर अपने कक्ष में जाना पड़ा। वकीलों ने पुलिस प्रताड़ना से क्षुब्ध भीलवाड़ा के वकील अमित यादव द्वारा खुदकुशी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को कार्य बहिष्कार का आह्वान किया था। शुक्रवार सुबह मुख्य न्यायाधीश ने जैसे ही सुनवाई शुरू की कुछ ही देर बाद उच्च न्यायालय के कुछ वकील हंगामा करते हुए वहां जयपुर/जोधपुर/अजमेर। राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ में शुक्रवार को वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट के बाहर जमकर हंगामा किया। इससे मुख्य न्यायाधीश जगदीश भल्ला को सुनवाई छोड़कर अपने कक्ष में जाना पड़ा। वकीलों ने पुलिस प्रताड़ना से क्षुब्ध भीलवाड़ा के वकील अमित यादव द्वारा खुदकुशी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को कार्य बहिष्कार का आह्वान किया था। शुक्रवार सुबह मुख्य न्यायाधीश ने जैसे ही सुनवाई शुरू की कुछ ही देर बाद उच्च न्यायालय के कुछ वकील हंगामा करते हुए वहां पहंुच गए। वकीलों के उत्तेजित तेवरों को देखते हुए मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में मौजूद एक वकील को बचाते हुए बाहर निकाला गया। उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने इस प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है।

पुलिस प्रताड़ना से क्षुब्ध भीलवाड़ा के वकील अमित यादव द्वारा खुदकुशी किए जाने के विरोध में राजस्थान उच्च न्यायालय की मुख्यपीठ जोधपुर और जयपुर पीठ से जुडे वकीलों ने आज न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। जोधपुर में वकीलों के न्यायिक कार्य के बहिष्कार से अदालतों में कामकाज ठप रहा। अजमेर में वकीलों की सभा में इस प्रकरण की भत्र्सना करते हुए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच की मांग की गई। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर कुमार को जांच सौंपे जाने को सरकारी ढोंग करार दिया गया। सभा के बाद वकीलों के समूह ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी, परिजनों को 15 लाख का मुआवजा, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने तथा न्यायिक जांच के साथ भविष्य में किसी वकील की गिरफ्तारी से पूर्व बार के अध्यक्ष से अनुमति लेने की मांग की गई है। राजस्व बार ने भी ज्ञापन सौंपा।

धरना, बाजार बंद
भीलवाडा में युवा वकील की रहस्यमय स्थिति में हुई मौत से गुस्साए वकीलों ने आज दूसरे दिन भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। घटना के विरोध में शहर के बाजार बंद रहे और वकीलों ने कोटा-भीलवाडा मार्ग जाम कर दिया। जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता मृतक अमित यादव एडवोकेट के घर के बाहर धरने पर बैठे हैं तथा पुलिस को उसके घर के नजदीक भी नहीं जाने दिया जा रहा। अजमेर रेंज के महानिरीक्षक रामफल सिंह भीलवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं लेकिन वकील समुदाय किसी की सुनने को तैयार नहीं है। वरिष्ठ अधिवक्ता रवि डांगी ने बताया कि वकील पुलिस अधीक्षक पी. रामजी और उपाधीक्षक (सदर) रामकुमार कस्बां को भीलवाड़ा से हटाने तथा सीआई ओमप्रकाश वर्मा एवं चार अन्य पुलिस कर्मियों की भारतीय दंड संहिता की धारा 306 में गिरफ्तारी व मृतक परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।

अजमेर के संभागीय आयुक्त अतुल शर्मा भी आज भीलवाड़ा पहुंचे हैं। वह सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी लेकर इस मामले में सरकार तथा मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे। बार एसोसिएशन ने आज अचानक जनता से बाजारों को बंद रखने की अपील की। इस आह्वान के कुछ ही देर बाद सभी बाजार बंद हो गए। वकीलों ने आज भी न्यायालय का कामकाज ठप रखा। न्यायिक अधिकारी भी बार एसोसिएशन के आह्वान पर अदालतों में नहीं बैठे। गए। वकीलों के उत्तेजित तेवरों को देखते हुए मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में मौजूद एक वकील को बचाते हुए बाहर निकाला गया। उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने इस प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है।

राज्य की अदालतों में बहिष्कार
पुलिस प्रताड़ना से क्षुब्ध भीलवाड़ा के वकील अमित यादव द्वारा खुदकुशी किए जाने के विरोध में राजस्थान उच्च न्यायालय की मुख्यपीठ जोधपुर और जयपुर पीठ से जुडे वकीलों ने आज न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। जोधपुर में वकीलों के न्यायिक कार्य के बहिष्कार से अदालतों में कामकाज ठप रहा। अजमेर में वकीलों की सभा में इस प्रकरण की भत्र्सना करते हुए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच की मांग की गई। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर कुमार को जांच सौंपे जाने को सरकारी ढोंग करार दिया गया। सभा के बाद वकीलों के समूह ने अतिरिक्त संभागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी, परिजनों को 15 लाख का मुआवजा, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने तथा न्यायिक जांच के साथ भविष्य में किसी वकील की गिरफ्तारी से पूर्व बार के अध्यक्ष से अनुमति लेने की मांग की गई है। राजस्व बार ने भी ज्ञापन सौंपा।

भीलवाडा में धरना, बाजार बंद
भीलवाडा में युवा वकील की रहस्यमय स्थिति में हुई मौत से गुस्साए वकीलों ने आज दूसरे दिन भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। घटना के विरोध में शहर के बाजार बंद रहे और वकीलों ने कोटा-भीलवाडा मार्ग जाम कर दिया। जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता मृतक अमित यादव एडवोकेट के घर के बाहर धरने पर बैठे हैं तथा पुलिस को उसके घर के नजदीक भी नहीं जाने दिया जा रहा। अजमेर रेंज के महानिरीक्षक रामफल सिंह भीलवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं लेकिन वकील समुदाय किसी की सुनने को तैयार नहीं है। वरिष्ठ अधिवक्ता रवि डांगी ने बताया कि वकील पुलिस अधीक्षक पी. रामजी और उपाधीक्षक (सदर) रामकुमार कस्बां को भीलवाड़ा से हटाने तथा सीआई ओमप्रकाश वर्मा एवं चार अन्य पुलिस कर्मियों की भारतीय दंड संहिता की धारा 306 में गिरफ्तारी व मृतक परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।

अजमेर के संभागीय आयुक्त अतुल शर्मा भी आज भीलवाड़ा पहुंचे हैं। वह सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी लेकर इस मामले में सरकार तथा मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे। बार एसोसिएशन ने आज अचानक जनता से बाजारों को बंद रखने की अपील की। इस आह्वान के कुछ ही देर बाद सभी बाजार बंद हो गए। वकीलों ने आज भी न्यायालय का कामकाज ठप रखा। न्यायिक अधिकारी भी बार एसोसिएशन के आह्वान पर अदालतों में नहीं बैठे।

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