पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Monday, January 18, 2010

भारतीयों पर नस्ली हमले में पहली सजा।


आस्ट्रेलिया की एक अदालत ने शुक्रवार को त्वरित कार्रवाई करते हुए एक भारतीय टैक्सी चालक पर हमला करने वाले आस्ट्रेलियाई नागरिक को तीन महीने कैद की सजा सुनाई। यह फैसला घटना के कुछ ही घंटों के भीतर हो गया।

बैलारट, पश्चिमी विक्टोरिया के पॉल जॉन ब्रोगडन [48] ने रात शराब के नशे में भारतीय टैक्सी चालक सतीश थातिपामुला [24] को गालियां दीं और उस पर हमला किया। उसने भारतीय को जान से मारने की धमकी दी और उसके वाहन को तोड़ दिया।

पुलिस ने आज सुबह ब्रोगडन को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां घटना के कुछ ही घंटे बाद उसे तीन महीने कैद की सजा सुना दी गई। मारपीट करने वाले ब्रोगडन का मानना था कि भारतीय चालक उसे गलत रास्ते पर ले गया।

मामले के अनुसार, ब्रोगडन ने भारतीय चालक से कहा कि जब तुम मुझे उतारोगे तो मैं तुम्हें मार दूंगा। तेरी मां..मैं तुम्हें मार दूंगा, यू इंडियन बास्टर्ड। उसने सतीश पर हमला भी किया। हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आई।

ब्रोगडन के वकील फिलिप लिंच ने कहा कि उसके मुवक्किल ने अत्यधिक शराब पी ली थी, इसलिए वह रात की घटना को याद नहीं कर सकता।

सजा सुनाते हुए मजिस्ट्रेट ने कहा, समुदाय को मूल्यवान सेवा दे रहे लोगों के खिलाफ नस्लवाद और हिंसा की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

अदालत में बयां किए गए घटनाक्रम के अनुसार ब्रोगडन ने एक शराब पार्टी में शामिल होने के बाद गत रात स्थानीय समयानुसार तड़के लगभग दो बजे एक टैक्सी किराए पर ली। पार्टी में उसने कुछ नशीली गोलियां भी खाई।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आस्ट्रेलियाई नागरिक जब गालियां देने लगा तो भारतीय चालक ने तड़के लगभग सवा दो बजे एक सर्विस स्टेशन में शरण ली, लेकिन शराबी यात्री ने उसका पीछा किया और उस पर हमला किया।

ब्रोगडन ने भारतीय पर हमला करने के साथ ही सर्विस स्टेशन पर पेट्रोल भर रहे एक अन्य व्यक्ति पर भी हमला किया।

मजिस्ट्रेट ने शराब पीने की लत के बारे में कहा, हमारे समुदाय में शराब हिंसा पैदा कर रही है जो वास्तव में खतरनाक स्थिति है।

इस दौरान अदालत को पता चला कि ब्रोगडन शराब से संबंधित एक मामले में पहले भी दोषी ठहराया जा चुका है।

लिंच ने कहा कि ब्रोगडन डरा हुआ था और उसने अपने को जेल भेजे जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि उनका मुवक्किल मामले में जल्द निपटारा चाहता था और ऐसा कर मजिस्ट्रेट अत्यंत खुश थे।

इस बीच, ताजा घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आस्ट्रेलिया में फेडरेशन ऑफ इंडियन स्टूडेंट्स के प्रवक्ता गौतम गुप्ता ने कहा कि मैं इस मुद्दे को सरकार द्वारा गंभीरता से लिए जाने और नए घृणा अपराध अधिनियम को पूर्ण प्रभाव के साथ लागू करने की उम्मीद कर रहा हूं।

आस्ट्रेलिया में भारतीयों पर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में 21 वर्षीय छात्र नितिन गर्ग की यहां अज्ञात हमलावरों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। न्यू साउथ वेल्स में भी पिछले महीने एक अन्य भारतीय युवक रणजोध सिंह को मार दिया गया था।

आस्ट्रेलिया में वर्ष 2009 में भारतीयों पर लगभग 100 हमले हुए, जबकि 2008 में हमलों की 17 घटनाएं हुई थीं। बुधवार को आग लगाकर एक अ‌र्द्ध निर्मित गुरुद्वारे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

इन हमलों से भारत-आस्ट्रेलिया संबंधों पर असर पड़ रहा है। कैनबरा का कहना है कि सभी हमले नस्लवाद से प्रेरित नहीं हैं।

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