पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Wednesday, February 10, 2010

आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने मुस्लिमों के लिये आरक्षण को रद्द किया

उच्च न्यायालय ने आज मंगलवार को राज्य सरकार के धार्मिक अल्पसंख्यकों को शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में चार प्रतिशत आरक्षण देने के आदेश को रद्द कर दिया है. इस मामले में अपना निर्णय सुनाते हुये न्यायालय ने कहा कि अल्पसंख्यकों को आरक्षण बनाये नहीं रखा जा सकता है और इसका पालन नहीं किया जा सकता है. हालांकि न्यायालय ने स्पष्ट किया कि शिक्षण संस्थानों में 2007 से अब तक जिन छात्रों को इस कोटे के आधार पर प्रवेश दिया जा चुका है उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

न्यायालय के इस आदेश को राज्य की कांग्रेसी सरकार के लिये बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है जिसने इसके लिये कानून बनाया था. कुछ व्यक्तियों और संस्थानों ने इस विधेयक को असंवैधानिक बताते हुये न्यायालय में चुनौती दी थी. 2004 के बाद से यह तीसरी बार है कि जब उच्च न्यायालय ने राज्य में मुस्लिमों को अलग से आरक्षण देने के निर्णय को रद्द किया है.

2004 में राज्य सरकार ने मुस्लिमों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी जिसे उच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया था. हालांकि न्यायालय के निर्देश पर मुस्लिमों की सामाजिक आर्थिक स्थिति का अध्ययन करने के लिये राज्य सरकार ने एक आयोग का गठन जरूर किया था.

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