पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Thursday, May 27, 2010

फांसी देनी है तो दे दो, पर जल्दीः अफजल गुरु

संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है कि उसे जल्द से जल्द फांसी सजा दी जाये. उसका कहना है कि दया याचिका में हो रही देरी वह परेशान हो चुका है. उसने गुहार की है उसे जल्द से जल्द फांसी दे दी जाये.इसे अफजल का नया पैंतरा कहा जा सकता है. उसका कहना है कि : मर्सी पिटिशन पर फ़ैसला नहीं हो पाने से मैं निराश और हताश हं. चाहता हं कि जो कुछ हो जल्द हो. अगर सरकार की इच्छा है तो वह मुङो फ़ांसी पर लटका ही दे.  उसका यह भी कहना है कि अगर ऐसा न हो सके तो उसे उसे कश्मीर के किसी जेल में शिफ्ट कर दिया जाये. उसने तर्क दिया है कि दिल्ली की जेल में रहने के कारण उसके परिवारवाले उससे साल में एक या दो बार ही मिल पाते हैं. मिलने आने पर उनका अच्छा खासा पैसा भी खर्च हो जाता है. कम से कम कश्मीर की जेल में रहेगा, तो परिवारवालों से तो बराबर मिल पायेगा.

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