पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Friday, June 25, 2010

फैशन ने महिला वकील को किया कोर्ट से बाहर.

आधुनिक फैशन हमेशा वाहवाही दिलाए ऐसा नहीं होता। कभी-कभी फैशन भी बेइज्जती का सबब बन सकता है। मैनहैटन में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां की शीर्ष अदालत ने एक युवती को भरी अदालत से बाहर निकाल दिया।

अदालत के जज ने 19 वर्षीय नेका एनियॉर्ज की टी-शर्ट पर F**** लिखा होने पर ऐतराज जताया। जज ने इसे अदालत की तौहीन मानते हुए नेका को बेइज्जत करते हुए बाहर निकाल दिया। हुआ यूं कि नेका अदालत की कार्वाइ के दौरान अगली ही कतार में बैठी थी। अचानक जज की निगाह नेका की टी-शर्ट पर लिखी लाइन पर गयी जिस पर F**** लिखा होना जज को नागवार गुजरा।

यह देखते ही जज ने नेका से कठोरता भरी आवाज में पूछा कि क्या अदालत में ऐसी टी शर्ट पहनना अदालत की तौहीन नहीं है? जब नेका ने जवाब देना चाहा तो अदालत ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि तुम अपनी गलती छिपाने के बहाने बना रही हो। इतना कहते हुए अदालत ने मौजूद पुलिसवालों से नेका को जबरन बाहर निकालने का हुक्म सुनाया।

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