पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Friday, July 16, 2010

सात लोगों के खूनी प्रेमी- प्रेमिका शबनम-सलीम को सजा-ए-मौत

उत्‍तर प्रदेश में ज्‍योतिबा फुलेनगर सत्र न्‍यायालय ने एक ही परिवार के सात सदस्‍यों की हत्‍या करने के आरोप में एक लड़की और उसके प्रेमी को फांसी की सजा सुनाई है।  पुलिस के अनुसार दो साल पहले ज्‍योतिबा फुलेनगर में शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने माता-पिता और भाइयों समेत सात लोंगो को मौत के घाट उतार दिया था। इस केस की सुनवाई ज्‍योतिबा फुलेनगर के सत्र न्‍यायालय में चल रही थी जहां उन्‍हें गुरुवार को मौत की सजा सुनाई गई।

गौरतलब है कि ज्योतिबा फूलेनगर जिले के हसनपुर इलाके के बावनखेड़ी गांव में संपत्ति हड़पने के लालच में 14 अप्रैल 2008 को शबनम नें अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने पिता, मां, दो भाईयों, भाभी और उसके एक बच्चे तथा एक ममेरी बहन की हत्या कर दी थी।

शबनम ने उस रात परिवार में मौजूद सात लोगों को दूध में नशा मिलाकर पिला दिया और उसके प्रेमी सलीम ने परिवार के सभी लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। जालिम शबनम ने एक साल के बच्चे अर्श को भी नहीं छोड़ा और उसका गला दबा दिया।

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