पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Friday, July 30, 2010

उत्तर प्रदेश भविष्य निधि घोटाले में कार्यवाही पर रोक

उत्तर प्रदेश भविष्य निधि घोटाले में गाजियाबाद स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में चल रही कार्यवाही पर उच्चातम न्यायालय ने रोक लगा दी। कोर्ट ने सुनवाई पर अंतरिम रोक का यह आदेश सीबीआई के अनुरोध पर जारी किया। इस घोटाले में छह सेवानिवृत न्यायाधीश भी शामिल है।
न्यायमूर्तियों डी.के.जैन, वी.एस. सिरपुरकर और जी.एस. सिंघवी की पीठ ने कहा गाजियाबाद स्थित विशेष सीबीआई अदालत में चल रही कार्रवाई स्थगित रहेगी। न्यायालय ने यह व्यवस्था अटार्नी जनरल जी.ई. वाहनवती के यह कहने पर दी कि परेशान करने वाले कुछ ऎसे हालात हैं कि इस मामले को उत्तर प्रदेश से बाहर स्थानांतरित करना जरूरी है। उन्होंने मामले की सुनवाई के लिए राष्ट्रीय राजधानी को तरजीह दी। वाहनवती ने कहा कि इस संबंध में एक अपील अदालत में लंबित है।
पीठ ने कहा कि इस संबंध में एक अपील अदालत में लंबित है। पीठ ने कहा कि इस अपील पर विचार किया जाएगा लेकिन उसे आरोपियों की प्रतिक्रिया पर सुनवाई करनी होगी जिनमें जज भी शामिल हैं। न्यायालय ने अटार्नी जनरल से सभी आरोपियों के नाम और पते एक सप्ताह में बताने के लिए कहा ताकि मामले के स्थानांतरण की सीबीआई की अपील पर नोटिस जारी किए जा सकें।
इस बीच सीबीआई ने अदालत में एक नई रिपोर्ट पेश की है जिसमें उसने कहा हैकि घोटाले में कथित तौर पर लिप्त 41 में से 17 जजों के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। बताया जाता है कि तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भविष्य निधि में हुए इस घोटाले में कथित तौर पर 20 करो़ड राशि की हेराफेरी हुई है।

0 टिप्पणियाँ: