पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Thursday, August 26, 2010

प्रोन्नति परीक्षा के दौरान नकल करते हुए पकड़े गये आंध्र प्रदेश के 5 न्यायाधीश निलंबित

आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों को न्यायपालिका की तौहीनी करने के आरोप में बुधवार को निलंबित कर दिया गया। पांचों न्यायाधीशों को वारंगल जिले के आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज में एलएलएम की परीक्षा के दौरान नकल करते हुए मंगलवार को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। उच्च न्यायालय ने न्यायाधीशों की इस हरकत को गंभीरता से लिया।

ककाटिया विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा केंद्र द्वारा आयोजित की गई परीक्षा के दौरान निरीक्षकों के एक दस्ते ने न्यायाधीशों को पकड़ लिया। ये न्यायाधीश प्रोन्नति के लिए परीक्षा दे रहे थे।

उच्च न्यायालय ने ककाटिया विश्वविद्यालय को भी आदेश दिया है कि वह न्यायाधीशों के खिलाफ कार्रवाई करे और घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट अदालत को सौंपे।

निलंबित किए गए न्यायाधीशों में रंगा रेड्डी के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश के.अजीत सिम्हाराव, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (द्वितीय) विजयानंद, बापातला के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश श्रीनिवास चारी, अनंतपुर के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एम.किश्तप्पा और वारंगल के कनिष्ठ सिविल न्यायाधीश हनुमंत राव शामिल हैं।

अदालत ने राज्य सरकार को भी निर्देश दिया कि वह सभी न्यायाधीशों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि इन्होंने कानून के पेशे को बदनाम किया है।

3 टिप्पणियाँ:

संगीता पुरी said...

हा हा हा .. यह भी खूब रही !!

दिनेशराय द्विवेदी said...

प्रमाणित हो जाने पर इन्हें बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

यह एक शर्मनाक घटना है कि-आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों को प्रोन्नति के लिए परीक्षा दे रहे न्यायाधीश परीक्षा के दौरान नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। न्यायपालिका की तौहीनी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। अदालत ने राज्य सरकार को भी निर्देश दिया कि वह सभी न्यायाधीशों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि इन्होंने कानून के पेशे को बदनाम किया है।
मुझे तो उपरोक्त जजों द्वारा आज तक किये फैसलों पर भी संदेह हो रहा है कि-क्या इन्होने जानकारी के अभाव में कहीं गलत फैसले न दिए हों और किसी वेकसूर को सजा न हो गई हों क्योकि इन्हें जानकारी के अभाव में ही नकल का सहारा लेना पड़ा होगा.
इन्टरनेट या अन्य सोफ्टवेयर में हिंदी की टाइपिंग कैसे करें और हिंदी में ईमेल कैसे भेजें जाने हेतु मेरा ब्लॉग http://rksirfiraa.blogspot.com देखें. अच्छी या बुरी टिप्पणियाँ आप करें और अपने दोस्तों को भी करने के लिए कहे.अपने बहूमूल्य सुझाव व शिकायतें अवश्य भेजकर मेरा मार्गदर्शन करें.
# निष्पक्ष, निडर, अपराध विरोधी व आजाद विचारधारा वाला प्रकाशक, मुद्रक, संपादक, स्वतंत्र पत्रकार, कवि व लेखक रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" फ़ोन: 09868262751, 09910350461 email: sirfiraa@gmail.com, महत्वपूर्ण संदेश-समय की मांग, हिंदी में काम. हिंदी के प्रयोग में संकोच कैसा,यह हमारी अपनी भाषा है. हिंदी में काम करके,राष्ट्र का सम्मान करें.हिन्दी का खूब प्रयोग करे. इससे हमारे देश की शान होती है. नेत्रदान महादान आज ही करें. आपके द्वारा किया रक्तदान किसी की जान बचा सकता है.