पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Sunday, August 15, 2010

दिल्ली हाईकोर्ट ने ठोका तिवारी पर 75 हजार रूपये का जुर्माना

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी की उस याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दायर एक मामले में बदलाव करने की मांग की थी। ज्ञात हो कि रोहित शेखर नामक एक व्यक्ति ने तिवारी को अपना असली पिता बताया है और अपने अधिकार के लिए उसने अदालत में याचिका दायर की है। न्यायमूर्ति एस.रविंद्र भट्ट ने तिवारी की याचिका को खारिज करने के साथ ही उन पर 75,000 रूपये का जुर्माना भी कर दिया। तिवारी ने अपनी याचिका के जरिए रोहित शेखर द्वारा दायर नई याचिका में अतिरिक्त तथ्यों को शामिल किए जाने पर आपत्ति खडी की थी। उन्होंने कहा था कि रोहित को इस मामले में संशोधन के लिए अदालत से अनुमति लेनी चाहिए थी। रोहित ने मामले में नए तथ्यों को जो़डते हुए कहा है कि उसने तिवारी से 2005 में एक हवाईअड्डे पर मिलने की कोशिश की थी।
सर्वोच्चा न्यायालय ने तिवारी द्वारा उच्चा न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर याचिका को 10 मई को खारिज कर दिया था। उच्चा न्यायालय ने तिवारी के खिलाफ मामले को जारी रखने का आदेश दिया था। रोहित का दावा है कि वह मां उज्वला शर्मा और तिवारी की संतान है। लेकिन तिवारी ने इससे इंकार किया है। इसके पहले तिवारी ने रोहित की याचिका पर डीएनए परीक्षण कराने से इंकार कर दिया था, साथ ही उन्होंने इस बात से भी इंकार कर दिया था कि उसकी मां से उनका कोई शारीरिक रिश्ता भी था।

1 टिप्पणियाँ:

रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीक said...

श्री नारायण दत्त तिवारी जी, आपने रोहित की याचिका पर डीएनए परीक्षण कराने से इंकार कर दिया और आपने इस बात से भी इंकार कर दिया था कि उसकी मां से उनका कोई शारीरिक रिश्ता भी था। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आप अगर सच्चे हैं तो किस बात से डर रहे हैं. साँच को आंच नहीं आती है. फिर क्यों नहीं टेस्ट करवाकर सच्चे का बोलबाला और झूठे का मुंह काला वाली कहावत क्यों नहीं चरितार्थ कर रहे हैं.
# निष्पक्ष, निडर, अपराध विरोधी व आजाद विचारधारा वाला प्रकाशक, मुद्रक, संपादक, स्वतंत्र पत्रकार, कवि व लेखक रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" फ़ोन:09868262751, 09910350461 email: sirfiraa@gmail.com, महत्वपूर्ण संदेश-समय की मांग, हिंदी में काम. हिंदी के प्रयोग में संकोच कैसा,यह हमारी अपनी भाषा है. हिंदी में काम करके,राष्ट्र का सम्मान करें.हिन्दी का खूब प्रयोग करे. इससे हमारे देश की शान होती है. नेत्रदान महादान आज ही करें. आपके द्वारा किया रक्तदान किसी की जान बचा सकता है.