पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Monday, August 2, 2010

राजस्थान में प्लास्टिक थैलियों का उपयोग बंद

राजस्थान में पर्यावरण को बचाने के लिए रविवार से प्लास्टिक थैलियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया। दूध, बेकरी, गिलास सहित प्लास्टिक के अन्य उत्पादों और पैकिंग के काम आने वाले सामान को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है।

पर्यावरण नियंत्रण मंडल के सचिव आर.एन. पांडेय ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा पांच की शक्तियों का प्रयोग करते हुए 21 जुलाई को इसके लिए एक अधिसूचना जारी की गई थी। इसके अनुसार एक अगस्त से राज्य में प्लास्टिक थैलों के विनिर्माण, भंडारण, आयात, विक्रय और परिवहन को प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस आदेश का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 19 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा। आदेश के उल्लंघन पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 के अनुसार पांच वर्ष तक के कारावास या एक लाख रूपए तक जुर्माना या दोनों सजाओं का प्रावधान है। यदि नियम का निरंतर उल्लंघन किया जाता है तो पांच हजार रूपये रोजाना का अतिरिक्त जुर्माना भी भरना प़ड सकता है। अधिसूचना के क्रियान्वयन के लिए जिला कलक्टरों तथा राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों को अधिकृत किया गया है। नियम तो़डने वालों के खिलाफ सक्षम न्यायालय में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

0 टिप्पणियाँ: