पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Wednesday, September 22, 2010

कोलकाता उच्च न्यायालय में हड़ताल, न्यायाधीशों को बरामदों में बैठना पडा

कलकत्ता उच्च न्यायालय में आज न्यायाधीशों को बरामदों में बैठना पडा. कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण आज न्यायाधीशों के कक्षों के दरवाजे भी नहीं खुल सके.

कर्मचारी वेतनवृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहने तक मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकेगी. उच्च न्यायालय के एक अधिकारी ने बताया कि कर्मचारियों ने अलग-अलग यूनियनों के साथ हड़ताल की अपील की हुई है, जिसके चलते कोई अदालतों और न्यायाधीशों के कक्षों के ताले खोलने वाला भी नहीं था. कर्मचारी वेतन आयोग की अनुशंसाओं के हिसाब से वेतन की मांग कर रहे हैं.

कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक समिति ने कर्मचारियों के वेतन में इजाफ़े की अनुशंसा की थी, लेकिन यह अनुशंसा पश्चिम बंगाल सरकार के पास लंबित पड़ी है.

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