पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Wednesday, September 22, 2010

एडीजे भर्ती रद्द, नए सिरे से होगी परीक्षा। परीक्षा रद्द होने पर विजय जूलुस निकाला गया

राजस्थान उच्च न्यायालय  प्रशासन द्वारा वकील व न्यायिक अधिकारी वर्ग से एडीजे की भर्ती के लिए विवादित परीक्षा नए सिरे से होगी। वकीलों के 26 दिन से भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन की मंगलवार को आखिर जीत हो गई। मंगलवार देर रात मुख्य न्यायाधीश जगदीश भल्ला के जयपुर स्थित आवास पर न्यायाधीशों की पूर्णपीठ की आपात बैठक में यह फैसला किया गया। जोधपुर मुख्य पीठ के न्यायाधीश बैठक में नहीं थे लेकिन उनकी सहमति ले ली गई।

हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार प्रशासन दीपक माहेश्वरी ने रात करीब 12 बजे यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्ण पीठ के इस निर्णय के बारे में रात को ही जोधपुर में वकीलों की संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक मिलाप चन्द भूत को लिखित जानकारी दे दी। 
न्यायाधीशों की बैठक में एडीजे भर्ती मामले में जांच के लिए गठित तीन न्यायाधीशों की समिति की रिपोर्ट पर चर्चा की गई। रिपोर्ट में कहा गया बताया कि सुप्रीम कोर्ट के 2006 के एक मामले में दिए निर्णय के अनुसार साक्षात्कार में छंटनी के लिए विकल्प नहीं होने के कारण न्यायाधीशों की समिति भर्ती रद्द की जाए। वकील 36 के बजाय 12 पदों पर भर्ती करने, उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जांच कराने सहित अन्य प्रस्तावों पर राजी नहीं हैं।

हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार प्रशासन दीपक माहेश्वरी ने न्यायाधीशों की बैठक में हुए निर्णय के बाद जोधपुर में वकीलों की संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक भूत को लिखे पत्र की जानकारी देते हुए कहा कि जोधपुर में वकीलों की संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक भूत व संयोजक आनन्द पुरोहित ने पत्र लिखकर भर्ती में उनकी ओर से भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से इनकार किया और बहिष्कार वापस लेने की जानकारी दी, इस पर हाईकोर्ट ने भूत को एडीजे भर्ती रद्द करने की लिखित सूचना भिजवा दी है।

इससे पूर्व मंगलवार सुबह जोधपुर में हाईकोर्ट न्यायाधीशों की तीन सदस्यीय समिति की वकीलों की संघर्ष समिति से लम्बी बातचीत हुई, दिन में दोनों पक्ष टेलीफोन पर चर्चा करते रहे। बातचीत के लिए हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय समिति में शामिल जयपुर पीठ के दोनों न्यायाधीश जोधपुर गए थे। न्यायाधीशों की इस समिति ने जोधपुर में भूत व पुरोहित सहित अन्य सदस्यों से आंदोलन खत्म करने के उपायों पर चर्चा की।

परीक्षा रद्द होने पर विजय जूलुस निकाला गया

राजस्थान उच्च न्यायालय प्रशासन द्वारा एडीजे परीक्षा २०१० रद्द करने पर आज ऑल राजस्थान एडवोकेट्स संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्री नरेश कुमार शर्मा के नेत्त्व में चल रहे आन्दोलन को प्रातः ११.०० बजे दी बार एसोसियेशन जयपुर की साधारण सभा की मिटींग में सर्वसम्मति से निर्णयानुसार समाप्त किया गया। ऑल राजस्थान एडवोकेट्स संघर्ष समिति के महासचिव श्री अनूप पारीक ने बताया कि आज दिनांक २२.०९.२०१० को अधिवक्ताओं द्वारा विजय जुलूस निकाला गया तथा भ्रष्टाचार के विरूद्ध अधिवक्ताओं के आन्दोलन में राजस्थान की सम्पूर्ण जनता, व्यापारिक संगठनों, राजनैतिक संगठनों, सामाजिक संगठनों, मिडियाकर्मी व पुलिस प्रशासन एवं प्रदेश के ७०हजार वकीलों का सहयोग मिला और एडीजे परीक्षा २०१० निरस्त की गई। इसलिये प्रदेश की समस्त संगठनों एवं जनता का आभार व्यक्त किया। दिनांक २३.०९.२०१० से अधिवक्ताओं द्वारा न्यायिक कार्य प्रारंभ किया जायेगा। ऑल राजस्थान एडवोकेट्स संघर्ष समिति के महासचिव श्री अनूप पारीक ने बताया कि २२ सितम्बर को हर वर्ष भ्रष्टाचार मिटाओं दिवस के रूप में पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास से मनाया जायेगा साथ ही पूरे प्रदेश की जनता को आव्हान किया कि किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार अथवा जनता के जनहित मामलों में सदैव वकील समुदाय एवं दी बार एसोसियेशन जयपुर सहयोग करेगी।

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