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Sunday, September 26, 2010

अयोध्या अध्याय: सीजे की अध्यक्षता में नई बेंच

अयोध्या मामले में दाखिल विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तीन सदस्यीय बेंच गठित की है। ऐसा सुप्रीम कोर्ट में पिछली सुनवाई के दौरान दो जजों की बेंच में दोनों जजों के विचार अलग अलग होने के कारण किया गया है। चीफ जस्टिस एस.एच. कपाड़िया की अध्यक्षता वाली यह बेंच मंगलवार सुबह 10:30 बजे सुनवाई करेगी।

बताया जाता है कि इस बेंच में जस्टिस आफताब आलम तथा के.एस. राधाकृष्णन भी शामिल रहेंगे। अटॉर्नी जनरल जी. ई. वाहनवटी से सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद रहने तथा जरूरी सहयोग देने को कहा गया है। बेंच सबसे पहले रमेश चंद्र त्रिपाठी की एसएलपी पर सुनवाई करेगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच अयोध्या मामले में 24 सितंबर को फैसला सुनाने वाली थी।

लेकिन शीर्ष कोर्ट ने त्रिपाठी की याचिका आने के बाद फैसला सुनाने पर 28 तारीख तक अंतरिम रोक लगाई थी। इस याचिका में आग्रह किया था कि अयोध्या विवाद का कोर्ट के बाहर समझौता करके हल निकालने के लिए फैसला टाल दिया जाए।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड: लखनऊ में आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि वह त्रिपाठी की याचिका के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकता है। बोर्ड की वर्किग कमेटी के सदस्य कासिम रसूल इलियास ने बताया, ‘पहले भी इस विवाद को सौहार्द से हल करने की कोशिशें हुई हैं। लेकिन उनका कोई नतीजा नहीं निकला। ऐसे में बोर्ड जरूरी होने पर सुप्रीम कोर्ट में त्रिपाठी की याचिका के खिलाफ आवेदन लगा सकता है।’

सुनवाई का महत्व:

मंगलवार को शीर्ष कोर्ट में होने वाली सुनवाई विशेष महत्व रखती है। इससे यह तय हो जाएगा कि हाईकोर्ट अपना फैसला कब सुना सकता है। इस सिलसिले में यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि लखनऊ बेंच के तीन जजों में से एक जस्टिस धर्मवीर शर्मा 1 अक्टूबर को रिटायर होने वाले हैं।

हैरत में आडवाणी :

सोमनाथ (गुजरात).भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अयोध्या विवाद में हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम रोक पर आश्चर्य जताया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शीर्ष कोर्ट अगले हफ्ते फैसला सुनाने के लिए हाईकोर्ट को हरी झंडी दे देगी। आडवाणी ने आम लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं से शांति रखने तथा कोर्ट के फैसले का आदर करने की अपील की। इस मौके पर भाजपा से निष्कासित उमा भारती भी उनके साथ नजर आईं। आडवाणी ने 1990 में यहीं से अयोध्या के लिए विवादित रथ यात्रा शुरू की थी।

जज जो करेंगे सुनवाई

चीफ जस्टिस एसएच कपाड़िया : राजस्व और जमीन से संबंधित विवादों के विशेषज्ञ। फौजदारी व सिविल मामलों का खास अनुभव। हिंदू व बौद्ध दर्शन, अर्थशास्त्र आदि में विशेष रुचि।

जस्टिस आफताब आलम : श्रमिकों, सर्विस और संविधान से जुड़े मामलों का अच्छा अनुभव। कानून के अतिरिक्त क्लासिकल उर्दू व फारसी शायरी तथा सूफी मत में खास रुचि।

जस्टिस केएस राधाकृष्णन : कई सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों के लिए वकालत का अच्छा अनुभव। कानून की तमाम शाखाओं में कई यादगार निर्णयों के लिए विख्यात।

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