पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Wednesday, October 6, 2010

सजा सुनते ही बिहार के पूर्व मंत्री संजय सिंह की मौत

चर्चित टाटी नरसंहार में कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद पूर्व मंत्नी संजय सिंह की कोर्ट परिसर में ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।

गौरतलब है कि बिहार में शेखपुरा जिले की बहुचर्चितत टांटी नरसंहार कांड के मामले में आज विशेष अदालत ने राज्य के पूर्व मंत्नी संजय सिंह समेत आठ लोगों को दोषी ठहराया था। मुंगेर कोर्ट में दोषी करार दिए जाने के बाद ही पूर्व मंत्री को दिल का दौरा पड़ गया और उनकी मौत हो गई।

विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ने करीब नौ वर्ष पुराने मामले में सुनवाई के बाद बिहार के पूर्व ग्रामीण विकास राज्य मंत्नी संजय कुमार समेत आठ लोगों को भारतीय दंड विधान की धारा 302 के तहत दोषी करार दिया।

इस मामले में अदालत ने गांव के तत्कालीन मुखिया बांके सिंह और एक अन्य को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया।  सजा की बिंदुओं पर सुनवाई के  लिए अदालत ने सात अक्टूबर की तिथि तय की है।

मामले के अनुसार दोषियों ने 26 दिसम्बर 2001 को राष्ट्रीय जनता  दल के तत्कालीन जिलाध्यक्ष काशी नाथ यादव समेत आठ लोगों की
जिले के टांटी नदी पुल के निकट गोली मारकर हत्या कर दी थी।

इस मामले में कांग्रेस के तत्कालीन सांसद राजो सिंह और उनके  पुत्न संजय कुमार समेत 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। वर्ष 2005 में राजो सिंह की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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