मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और जामा मस्जिद के शाही ईमाम सैयद अहमद बुखारी के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू करने की मांग की गई है। यह मांग दिल्ली के एक रेजीडेन्ट्स एसोसियेशिन ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर करके की है।
एसोसियेशन के मुताबिक, एक अवैध मस्जिद को गिराने के बाद डीडीए ने दोबारा उस पर कब्जा कर लिया था। दोनों नेताओं ने लोगों को इस सरकारी जमीन से गुजरने और वहां नमाज अदा करने के लिए भड़काया।
जंगपुरा रेजीडेन्ट्स वेल्फेयर एसोसियेशन ने वकील आर के सैनी के माध्यम से अपने आवेदन में शीला दीक्षित और बुखारी के अलावा मटिया महल क्षेत्र के विधायक शोएब इकबाल और ओखला के विधायक आसिफ मोहम्मद खान के खिलाफ भी स्वत: संज्ञान लेते हुए अवमानना कार्यवाही करने की मांग की।
एसोसियेशन ने आरोप लगाया कि अदालत के आदेशों का जानबूझकर उल्लंघन करने के लिए स्वत: संज्ञान लेते हुए आपराधिक कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए।
एसोसियेशन के मुताबिक, एक अवैध मस्जिद को गिराने के बाद डीडीए ने दोबारा उस पर कब्जा कर लिया था। दोनों नेताओं ने लोगों को इस सरकारी जमीन से गुजरने और वहां नमाज अदा करने के लिए भड़काया।
जंगपुरा रेजीडेन्ट्स वेल्फेयर एसोसियेशन ने वकील आर के सैनी के माध्यम से अपने आवेदन में शीला दीक्षित और बुखारी के अलावा मटिया महल क्षेत्र के विधायक शोएब इकबाल और ओखला के विधायक आसिफ मोहम्मद खान के खिलाफ भी स्वत: संज्ञान लेते हुए अवमानना कार्यवाही करने की मांग की।
एसोसियेशन ने आरोप लगाया कि अदालत के आदेशों का जानबूझकर उल्लंघन करने के लिए स्वत: संज्ञान लेते हुए आपराधिक कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए।
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