tag:blogger.com,1999:blog-1188183719114412219.post4622728116539116424..comments2023-10-31T17:50:18.901+05:30Comments on Rajasthan Lawyer's Blog: दिल्ली की अदालतों में 5,000 वैवाहिक मामले लंबितRakesh Shekhawathttp://www.blogger.com/profile/17830031877729972398noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1188183719114412219.post-29148634678795314892010-08-18T19:42:08.918+05:302010-08-18T19:42:08.918+05:30श्रीमान द्विवेदी जी, आपने सही कहा है कि यह संख्या ...श्रीमान द्विवेदी जी, आपने सही कहा है कि यह संख्या सही नहीं है, मेरे विचार से समाचार लिखने में कुछ कमी है या रह गई है. वैसे यह हो सकता है कि उपरोक्त संख्या सन 1995 में दर्ज मामलों की हो, जो पिछले 15 सालों से चल रहे हो. संपुर्ण समाचार न होने से यह भी कहा जा सकता है. उपरोक्त मामले आपसी सहमति से तलाक लेने वालों के हो.रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1188183719114412219.post-15496610652110517162010-08-18T09:28:19.991+05:302010-08-18T09:28:19.991+05:30मुझे यह संख्या गड़बड़ लग रही है। दिल्ली की जनसंख्य...मुझे यह संख्या गड़बड़ लग रही है। दिल्ली की जनसंख्या के हिसाब से आंकड़ा कई गुना होना चाहिए। यहाँ कोटा के परिवार न्यायालय में ही ढाई हजार से अधिक प्रकरण लंबित हैं। जिले की जनसंख्या करीब सत्रह लाख है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com