भोपाल नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) में शनिवार से चल रहे14 वें स्टेट्सन इंटरनेशनल एनवायरनमेंटल मूट कोर्ट कॉम्पिटीशन का रविवार को समापन हुआ। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर ने इस प्रतियोगिता में बाजी मारी।
स्टेट्स यूनिवर्सिटी(फ्लोरिडा) में आयोजित 14 वें इंटरनेशनल एनवायरनमेंटल मूट कोर्ट कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेने के लिन नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर और रनरअप टीम अमेटी लॉ स्कूल, नई दिल्ली की टीम फ्लोरिडा जाएगी।
भारत से नार्थ राउंड में ये दोनों टीमें फ्लोरिडा में भारत का प्रतिनिधत्व करेंगी। एनएलआईयू में शनिवार से चल रहे इस मूट कोर्ट के नार्थ राउंड में इन दो टीमों ने अन्य 14 टीमों को हराते हुए बाजी मारी।
फाइनल राउंड में पहुंची इन दोनों टीमों के स्पीकर्स ने जजों के क्रास क्वेश्चन के सही जवाब दिए। संस्थान के सभागार में शाम पांच बजे तक चले फाइनल राउंड को देखने के लिए सभी संस्थानों के प्रतिभागी मौजूद थे।
इस मौके पर मद्रास यूनिवर्सिटी से आए इंटरनेशनल लॉ विषय के प्रोफेसर डेविड एम्ब्रोस ने कहा कि प्रतिभागियों ने अच्छी प्रस्तुति दी लेकिन इंटरनेशनल लॉ में उन्हें और अधिक रिसर्च और गहन अध्ययन करने की जरूरत है।
इस मौके पर भोज विश्वविद्यालय के प्रो.एसके सिंह, डॉ. लूथर रंगरेजी सहित मप्र राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस एनके जैन, छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के पूर्व अध्यक्ष जटिस्ट वीके अग्रवाल सहित संस्थान के निदेशक प्रो.एसएस सिंह उपस्थित थे।
स्टेट्स यूनिवर्सिटी(फ्लोरिडा) में आयोजित 14 वें इंटरनेशनल एनवायरनमेंटल मूट कोर्ट कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेने के लिन नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर और रनरअप टीम अमेटी लॉ स्कूल, नई दिल्ली की टीम फ्लोरिडा जाएगी।
भारत से नार्थ राउंड में ये दोनों टीमें फ्लोरिडा में भारत का प्रतिनिधत्व करेंगी। एनएलआईयू में शनिवार से चल रहे इस मूट कोर्ट के नार्थ राउंड में इन दो टीमों ने अन्य 14 टीमों को हराते हुए बाजी मारी।
फाइनल राउंड में पहुंची इन दोनों टीमों के स्पीकर्स ने जजों के क्रास क्वेश्चन के सही जवाब दिए। संस्थान के सभागार में शाम पांच बजे तक चले फाइनल राउंड को देखने के लिए सभी संस्थानों के प्रतिभागी मौजूद थे।
इस मौके पर मद्रास यूनिवर्सिटी से आए इंटरनेशनल लॉ विषय के प्रोफेसर डेविड एम्ब्रोस ने कहा कि प्रतिभागियों ने अच्छी प्रस्तुति दी लेकिन इंटरनेशनल लॉ में उन्हें और अधिक रिसर्च और गहन अध्ययन करने की जरूरत है।
इस मौके पर भोज विश्वविद्यालय के प्रो.एसके सिंह, डॉ. लूथर रंगरेजी सहित मप्र राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस एनके जैन, छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग के पूर्व अध्यक्ष जटिस्ट वीके अग्रवाल सहित संस्थान के निदेशक प्रो.एसएस सिंह उपस्थित थे।
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