पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Sunday, August 30, 2009

भू-अभिलेख निरीक्षक रिश्वत लेते पकड़ा।

निरोधक ब्यूरो ने शनिवार को भू-अभिलेख निरीक्षक वृत झाड़ोल,उदयपुर को उसके मकान पर दो हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया । ब्यूरो के उपमहानिरीक्षक टी सी डामोर ने बताया कि परिवादी देवास (झाड़ोल) निवासी मदन सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को ब्यूरो में भू-अभिलेख निरीक्षक वृत्त झाड़ोल हाल प्रगति नगर मल्लातलाई निवासी कालू लाल गन्धर्व के विरूद्ध भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में रिश्वत की शिकायत की थी। इस पर ब्यूरो द्वारा शिकायत का भौतिक सत्यापन कराया गया। जिसके बाद आज सुबह ब्यूरो एएसपी राजेन्द्र गोयल के नेतृत्व में कैलाशचन्द्र व्यास, जितेन्द्र कुमार, दिनेश मीणा, अख्तर खान, वगतराम, कंवरपाल परिवादी के साथ भू अभिलेख निरीक्षक कालूलाल गन्धर्व के प्रगति नगर स्थित मकान पर पहुंचे । ब्यूरो कर्मी मकान से दूर खड़े रहे। परिवादी मदन सिंह ने भू-अभिलेख निरीक्षक को रूपये देकर बाहर आने के बाद इशारा कर दिया। जिस पर ब्यूरो दल ने गन्धर्व के मकान पर जाकर उसकी तलाशी ली तो उसकी टी शर्ट की जेब से दो हजार रूपये की रिश्वत राशि बरामद हुई। मौके पर हाथ धुलवाने पर रंग निकल आया।
यह था मामला : ब्यूरो एएसपी राजेन्द्र गोयल ने बताया कि परिवादी मदन सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता दौलत सिंह के भाई भंवर सिंह व नवल सिंह ने राजस्वकर्मियों की मिलीभगत से पिता के नाम कब्जेशुदा जमीन को उनके नाम आवंटित करवा दी । वर्ष ०४ में आवंटन के दौरान उसे अपने चाचा द्वारा की गई जालसा का पता चला। जिस पर परिवादी मदन सिंह ने अति.जिला कलेक्टर न्यायालय में वाद दायर किया। २४ जून ०८ को कोर्ट ने परिवादी के पक्ष में फैसला दिया। २८ जून ०६ को नायब तहसीलदार ने मौका रिपोर्ट बनाई । मदन सिंह राजस्व निरीक्षक से कब्जा दर्शाने बाबत मिलता रहा जहां राजस्व निरीक्षक कालूलाल गन्धर्व ने उससे बतौर रिश्वत ४ हजार रूपये की मांग की थी।

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