मिस्र में एक अदालत ने पोर्नोग्राफिक वेबसाइटों को विषाक्त करार देते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
काहिरा में प्रशासनिक अदालत ने एक इस्लामी वकील द्वारा दायर मामले पर सुनवाई के दौरान यह प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। वकील ने अदालत के समक्ष तर्क दिया कि वे बेबसाइट मिसी सामाजिक मूल्यों को नष्ट कर रही हैं। अदालत ने कहा कि इन वेबसाइट के जारी रहने से नैतिक मूल्य समाप्त हो जाएंगे। अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकारों को धर्म नैतिकता तथा देशभक्ति को बनाए रखते हुए सीमित करना चाहिए।
सरकारी मामलों को देखने वाली अदालत ने सरकारी एजेंसियों को चेतावनी दी कि वे इस बात की निगरानी करें कि इंटरनेट सेवा प्रदाता अदालत के आदेश का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं। अदालत ने साथ ही कहा कि इस प्रकार की वेबसाइट उपलब्ध कराना असंवैधानिक होगा।
वकील निजार घोराब ने अदालत के फैसले की सराहना करते हुए इसे भ्रष्टाचार के ऊपर जीत बताया।
काहिरा में प्रशासनिक अदालत ने एक इस्लामी वकील द्वारा दायर मामले पर सुनवाई के दौरान यह प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। वकील ने अदालत के समक्ष तर्क दिया कि वे बेबसाइट मिसी सामाजिक मूल्यों को नष्ट कर रही हैं। अदालत ने कहा कि इन वेबसाइट के जारी रहने से नैतिक मूल्य समाप्त हो जाएंगे। अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकारों को धर्म नैतिकता तथा देशभक्ति को बनाए रखते हुए सीमित करना चाहिए।
सरकारी मामलों को देखने वाली अदालत ने सरकारी एजेंसियों को चेतावनी दी कि वे इस बात की निगरानी करें कि इंटरनेट सेवा प्रदाता अदालत के आदेश का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं। अदालत ने साथ ही कहा कि इस प्रकार की वेबसाइट उपलब्ध कराना असंवैधानिक होगा।
वकील निजार घोराब ने अदालत के फैसले की सराहना करते हुए इसे भ्रष्टाचार के ऊपर जीत बताया।
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