अभिभाषकों को प्रेक्टिस के दौरान आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने अभिनव पहल की है। इसके चलते देश का पहला एडवोकेट ट्रेनिंग सेंटर ग्वालियर में खुलने जा रहा है। इसमें अभिभाषकों को प्रेक्टिस के दौरान की जाने वाली बहस, न्यायालय में उपस्थित होने और प्रकरणों का अध्ययन करने की बारीकियां सिखरई जाएंगी।
अभिभाषकों को प्रेक्टिस की बारीकियां सिखाने के लिए मप्र उच्चन्यायालय, बार कौंसिल ऑफ इंडिया और मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद द्वारा इस ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की जा रही है। सेंटर कंपू स्थित पुराने फैमिली कोर्ट के परिसर में अपना काम करेगा। यहां चल रही तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अगले कुछ दिनों में यह पूरी हो जाएंगी। इस सेंटर में देशभर के अभिभाषक वकालत व्यवसाय से जुड़ी बारीकियां सीख सकेंगे। बताया गया है कि अभिभाषकों को ट्रेनिंग न्यायिक अधिकारी एवं वरिष्ठ अभिभाषकों द्वारा दी जाएगी। इसका सबसे अधिक लाभ नए अभिभाषकों को होगा। अभी कई नए अभिभाषकों को शुरुआती दौर में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन यहां ट्रेनिंग लेने के बाद ऐसा नहीं होगा।
ट्रेनिंग सेंटर में निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है और 31 अक्टूबर को इसका शुभारंभ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एपी मिश्रा करेंगे। इस कार्यक्रम में मप्र के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति एके पटनायक, बार कौंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन एसएनपी सिन्हा और मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष रामेश्वर नीखरा प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे।
ट्रेनिंग सेंटर में निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है और 31 अक्टूबर को इसका शुभारंभ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एपी मिश्रा करेंगे। इस कार्यक्रम में मप्र के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति एके पटनायक, बार कौंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन एसएनपी सिन्हा और मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष रामेश्वर नीखरा प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे।
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