पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Tuesday, April 6, 2010

शोएब-आयशा प्रकरण के बहाने सुप्रीम कोर्ट में ठहाके

पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक और हैदराबादी बाला आयशा सिद्दीकी की कथित शादी का मामला अभी अदालत के बाहर ही है, लेकिन इस पर अदालत में चर्चा शुरू हो गई है। वह भी देश की सर्वोच्च अदालत में। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान जज ने परोक्ष तौर पर शोएब-सानिया प्रकरण का जिक्र किया।

पश्चिम बंगाल के बिकास चंद्र सोम ने एक महिला से शादी को नकारते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की थी। महिला माला सोम का दावा है कि वह बिकास की पत्‍‌नी है। कलकत्ता हाई कोर्ट ने बिकास को कहा है कि वह माला को हर महीने दो हजार रुपये गुजारे के लिए दे। उसने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी। अदालत ने अर्जी पर सुनवाई से इन्कार करते हुए कहा कि आजकल शादी कर लेते हैं और बाद में कहते हैं कि हमने नहीं किया। तीन दिन से हम टीवी पर यही देख रहे हैं। जज मार्कंडेय काटजू और ए.के. पटनायक की पीठ की इस टिप्पणी पर पूरा इजलास ठहाकों से गूंज गया।

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