नई दिल्ली : आर्थिक मंदी में नौकरी छूटी तो एक प्रोजेक्ट मैनेजर ने बाजार से एयरगन, लालमिर्च पाउडर व तेजाब की बोतल खरीदकर चल पड़ा लूटपाट करने। एक वृद्धा को घर में अकेली पाकर लूटपाट की कोशिश भी लेकिन उसके शोर मचा देने पर मौके पर ही पकड़ा गया। घटना दक्षिण दिल्ली के साकेत इलाके में बृहस्पतिवार को हुई। पुलिस ने घर में घुसकर लूटपाट की कोशिश में बासुदेव कौशल नामक पूर्व प्रोजेक्ट मैनेजर को पकड़ जेल भेज दिया है।
एसएफएस फ्लैट साकेत निवासी वीणा एमटीएनएल से सेवानिवृत्ता हैं। बृहस्पतिवार की दोपहर में फ्लैट की घंटी बजने पर उन्होंने दरवाजा खोला तो सामने एक पचास वर्षीय व्यक्ति को पाया। उसने अपना परिचय विशाल मेगा मार्ट के प्रतिनिधि के रूप में दिया तथा बातों ही बातों में घर में प्रवेश कर गया। अंदर आते ही उसने बैग से बंदूक निकाली तथा वीणा से नकदी-जेवर हवाले करने को कहा। वीणा केविरोध करने पर उसने उनके सिर पर बंदूक की बट से वार कर दिया। सिर में चोट लगने से वीणा चीख पड़ी जिसे सुन पड़ोस में काम करने वाले पेंटर बदलू खान व अन्य लोगों ने लुटेरे को मौके पर ही दबोच उसे पुलिस के हवाले कर दिया। जांच में पता चला कि लुटेरे के हाथ में बंदूक नहीं, एयरगन थी। तलाशी में उससे लालमिर्च की पाउडर के अलावा तेजाब की बोतल भी मिली।
दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त एचजीएस धालीवाल के अनुसार घर में लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार वासुदेव कौशल किसी गारमेंट कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर रह चुका है, लेकिन एक साल पहले उसकी नौकरी छूट गई। उसकी पत्नी व दो बच्चे गौतम नगर में रहते हैं। दोनों बच्चे नामी स्कूल में पढ़ते हैं। नौकरी छूटने पर कमाई का कोई जरिया न होने पर उसने सोचा कि लूटपाट से मोटा धन हाथ लग सकता है जिससे वह घर की जरूरतें पूरी कर सकता है। इसलिए उसने एयरगन, तेजाब की बोतल व लालमिर्च की पाउडर खरीदी थी। लेकिन लूटपाट की पहली ही कोशिश में वह पकड़ा गया।
![]() | संपत्ति का खुलासा नहीं कर सकता: बालाकृष्णन 6 Comments - 19 Apr 2011 पूर्व प्रधान न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन ने संपत्ति से संबंधित सूचनाओं के गलत उपयोग बताते हुए आयकर अधिकारियों से कहा कि वह अपनी संपत्ति का खुलासा नहीं कर सकते। सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता पी बालाचंद्रन की ओर से आयरकर विभाग से बालाकृष्णन की संपत्ति की सूचना मांगने पर आयकर अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने हलफाना दाखिल किया है कि वह अपनी सम्पत्ति को ... More Link |
![]() | संवैधानिक अधिकार है संपत्ति का अधिकार 4 Comments - 19 Apr 2011 सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि संपत्ति का अधिकार संवैधानिक अधिकार है और सरकार मनमाने तरीके से किसी व्यक्ति को उसकी भूमि से वंचित नहीं कर सकती।
न्यायमूर्ति जी एस सिंघवी और न्यायमूर्ति ए के गांगुली की पीठ ने अपने एक फैसले में कहा कि जरूरत के नाम पर निजी संस्थानों के लिए भूमि अधिग्रहण करने में सरकार के काम को अदालतों को 'संदेह' की नजर से देखना चाहिए।
पीठ की ओर से फैसला लिखते हुए न्यायमूर्ति ... More Link |
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment