बांग्लादेश के दक्षिणी-पूर्वी हिस्से में 'समाज विरोधी गतिविधि' में संलिप्तता के आरोप में एक मौलवी की ओर से जारी किए गए फतवे के आधार पर एक विधवा को 202 और एक पुरुष को 101 कोडे़ लगाए गए। फतवा देने वाले मौलवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना का स्थानीय स्तर पर विरोध हुआ और इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। पियारा बेगम नाम की 40 वर्षीया विधवा और 25 साल के मामून मियां को शनिवार रात को मिला जिले के खरियार में सैंकड़ों की भीड़ के सामने कोड़े लगाए गए। कोड़ों की चोट से महिला बेहोश हो गई और उसे अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों का कहना है कि वह गंभीर रूप से घायल है और इलाज की जरूरत है।
समाचार पत्र 'डेली स्टार' ने सोमवार को खबर दी कि मियां को 101 कोड़े मारे गए। बांग्लादेश में वर्ष 2001 के उच्च न्यायालय के एक फैसले के मुताबिक फतवे के तहत दी जाने वाली सजाएं गैर कानूनी हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में मौलाना मोहम्मद मनीरुल इस्लाम समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पियारा बेगम ने महिला एवं बाल उत्पीड़न निरोधक अधिनियम के तहत देबिदवार थाने में मामला दर्ज कराया है।
समाचार पत्र 'डेली स्टार' ने सोमवार को खबर दी कि मियां को 101 कोड़े मारे गए। बांग्लादेश में वर्ष 2001 के उच्च न्यायालय के एक फैसले के मुताबिक फतवे के तहत दी जाने वाली सजाएं गैर कानूनी हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में मौलाना मोहम्मद मनीरुल इस्लाम समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पियारा बेगम ने महिला एवं बाल उत्पीड़न निरोधक अधिनियम के तहत देबिदवार थाने में मामला दर्ज कराया है।
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