राज्य सरकार ने राज्यपाल की अनुमति से मेहरानगढ़ दुखांतिका की जांच की समय सीमा तीन माह बढ़ा दी है। जोधपुर के मेहरानगढ़ दुर्ग में पिछले वर्ष नवरात्रा के दौरान हुई त्रासदी के कारणों की जांच के बने जस्टिस चोपड़ा आयोग से 30 जून तक रिपोर्ट मांगी गई थी। अब सरकार ने इसे अंतिम रूप से बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया है।
गृह विभाग के उपशासन (सुरक्षा) सचिव घनेंद्र भान चतुर्वेदी की ओर से जारी सूचना के अनुसार आयोग को 30 सितंबर तक आवश्यक रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। 30 सितंबर 2008 को नवरात्रा के दौरान जोधपुर के मेहरानगढ़ स्थित दुर्ग में चामुंडा माता मंदिर में भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में सैकडों की संख्या में लोगों की जान चली गई थी।
सरकार ने भगदड़ के कारणों एवं अन्य पहलुओं पर की जांच के लिए आयोग का गठन किया था। 2 अक्टूबर 2008 को सरकार ने राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधिपति जसराज चोपड़ा के अधीन आयोग को जांच का जिम्मा सौंपा था। आयोग को जांच पूरी कर 30 जून तक रिपोर्ट राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत की जानी थी।
गृह विभाग के उपशासन (सुरक्षा) सचिव घनेंद्र भान चतुर्वेदी की ओर से जारी सूचना के अनुसार आयोग को 30 सितंबर तक आवश्यक रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। 30 सितंबर 2008 को नवरात्रा के दौरान जोधपुर के मेहरानगढ़ स्थित दुर्ग में चामुंडा माता मंदिर में भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में सैकडों की संख्या में लोगों की जान चली गई थी।
सरकार ने भगदड़ के कारणों एवं अन्य पहलुओं पर की जांच के लिए आयोग का गठन किया था। 2 अक्टूबर 2008 को सरकार ने राजस्थान उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधिपति जसराज चोपड़ा के अधीन आयोग को जांच का जिम्मा सौंपा था। आयोग को जांच पूरी कर 30 जून तक रिपोर्ट राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत की जानी थी।
1 टिप्पणियाँ:
Just to complete Your interesting report, I invite You to see in my site a great collection of views of borders.
http://www.pillandia.blogspot.com
Best wishes from Italy!
Post a Comment