पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Monday, July 13, 2009

पद्मसिंह पाटिल ने जमानत याचिका दाखिल की


कांग्रेस नेता पवनराजे निंबालकर की हत्या के मामले में गिरफ्तार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के निलम्बित सांसद पद्मसिंह पाटिल ने जमानत के लिये सत्र अदालत की शरण ली है। इस वक्त नवी मुम्बई की तालोजा जेल में बंद पाटिल ने अलीबाग की सत्र अदालत में शुक्रवार को जमानत याचिका दाखिल की। 
सात जून को गिरफ्तार किये गए पाटिल ने अपनी जमानत याचिका में कहा है कि वह बेकुसूर हैं और निंबालकर हत्याकांड से उनका कोई लेना-देना नहीं है। पाटिल ने याचिका में कहा ‘‘मुझे निंबालकर हत्याकांड में फंसाया गया है। सीबीआई इस मामले में गिरफ्तार अभियुक्त पारसमल जैन के बयान को ही सच मान रही है जिसने इस मामले में कथित रूप से मेरा नाम लिया है।'' उन्होंने सीबीआई पर मामले से जुड़ी चुनिंदा सूचना मीडिया को लीक करने का आरोप भी लगाया। पाटिल की जमानत याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी। सीबीआई इस याचिका के विरोध में उसी दिन अपना जवाब दाखिल करेगी। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘‘इस मामले में पाटिल की संलिप्तता साबित करने के लिये सीबीआई के पास पर्याप्त सुबूत हैं।''
ज्ञातव्य है कि राजनीतिक तथा व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता को लेकर तीन जून 2006 को नवी मुम्बई में निंबालकर तथा उनके वाहन चालक की हत्या के मामले में अब तक पाटिल तथा छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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