उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के लखनऊ स्थित आवास पर बुधवार को हुई आगजनी की घटना की सीबीसीआईडी से जांच कराने के आदेश दिए हैं। प्रदेश के कैबिनेट सचिव शंशाक शेखर सिंह ने बताया कि रीता जोशी के घर पर हुई घटना को लेकर विपक्षी दलों द्वारा सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री मायावती ने इस पूरे मामले की जांच सीबीसीआईडी से कराने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि जांच की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण की जांच शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए हैं। कैबिनेट सचिव ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था के मामले में राज्य सरकार और मुख्यमंत्री दोनों पूरी फिक्रमंद हैं और अगर इसे बिगाड़ने में सत्तापक्ष के किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति, विधायक या सांसद का हाथ पाया गया तो मुख्यमंत्री मायावती ऐसे लोगों के विरुद्ध कडे़ कदम उठाने में देर नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा कि डॉ. जोशी के मामले की जांच में भी जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। शेखर ने कहा कि इस पूरे मामले की सीबीसीआईडी से जांच के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन डॉ. जोशी के मामले में सरकार कानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि 29 जुलाई को डॉ. जोशी के मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी है और सरकारी कानून के दायरे में पूरी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने बताया कि जांच की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण की जांच शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए हैं। कैबिनेट सचिव ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था के मामले में राज्य सरकार और मुख्यमंत्री दोनों पूरी फिक्रमंद हैं और अगर इसे बिगाड़ने में सत्तापक्ष के किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति, विधायक या सांसद का हाथ पाया गया तो मुख्यमंत्री मायावती ऐसे लोगों के विरुद्ध कडे़ कदम उठाने में देर नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा कि डॉ. जोशी के मामले की जांच में भी जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। शेखर ने कहा कि इस पूरे मामले की सीबीसीआईडी से जांच के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन डॉ. जोशी के मामले में सरकार कानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि 29 जुलाई को डॉ. जोशी के मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी है और सरकारी कानून के दायरे में पूरी कार्रवाई करेगी।
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