पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट
संपत्ति का खुलासा नहीं कर सकता: बालाकृष्णन
6 Comments - 19 Apr 2011
पूर्व प्रधान न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन ने संपत्ति से संबंधित सूचनाओं के गलत उपयोग बताते हुए आयकर अधिकारियों से कहा कि वह अपनी संपत्ति का खुलासा नहीं कर सकते। सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता पी बालाचंद्रन की ओर से आयरकर विभाग से बालाकृष्णन की संपत्ति की सूचना मांगने पर आयकर अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने हलफाना दाखिल किया है कि वह अपनी सम्पत्ति को ...

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संवैधानिक अधिकार है संपत्ति का अधिकार
4 Comments - 19 Apr 2011
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि संपत्ति का अधिकार संवैधानिक अधिकार है और सरकार मनमाने तरीके से किसी व्यक्ति को उसकी भूमि से वंचित नहीं कर सकती। न्यायमूर्ति जी एस सिंघवी और न्यायमूर्ति ए के गांगुली की पीठ ने अपने एक फैसले में कहा कि जरूरत के नाम पर निजी संस्थानों के लिए भूमि अधिग्रहण करने में सरकार के काम को अदालतों को 'संदेह' की नजर से देखना चाहिए। पीठ की ओर से फैसला लिखते हुए न्यायमूर्ति ...

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Wednesday, July 22, 2009

क्लब में जाम टकराने पर मॉडल को लगेंगे कोड़े।


मलेशिया की एक शरिया अदालत ने एक मुस्लिम महिला द्वारा दो साल पहले एक क्लब में खुलेआम जाम टकराने का जुर्म कबूले जाने के बाद उसे छह कोड़े लगाने की सजा सुनाई है। सिंगापुर की 32 वर्षीया कार्तिका सारी सेवी सुकर्नो को बतौर जुर्माना 5000 रिंगिट जमा कराने का भी निर्देश दिया गया है। कार्तिका अंशकालिक मॉडल है। वह जुलाई, 2007 को एक नाइटक्लब में बीयर पीने की बात कबूल कर चुकी है। इस्लामिक विभाग के अधिकारियों ने क्लब पर छापा मारा था। 

समाचार पत्र न्यू स्ट्रेट टाइम्स के अनुसार, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने कहा, "कोड़े आरोपी को पश्चाताप कराने और मुस्लिमों के लिए सबक के तौर पर लगाए जाते हैं।" कार्तिका के वकील ने कहा है कि वह फैसले के खिलाफ अपील दाखिल करेंगी। शरिया कानूनों के मुताबिक शराब पीने के दोषियों को 5000 रिंगिट तक का जुर्माना, तीन साल तक की जेल और छह कोड़े लगाने की सजा हो सकती है।

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