जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के साबरमती हास्टल में छात्रों के साथ हुई रैगिंग के मामले में रविवार को सुनवाई पूरी हो गई। चीफ प्राक्टर मंगलवार को विश्वविद्यालय प्रशासन को पूरी रिपोर्ट सौंप देंगे।
मालूम हो कि गत 12 अगस्त को जेएनयू के साबरमती हास्टल में एक पीड़ित छात्र की निशानदेही पर एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के चार सीनियर छात्रों को रैगिंग करते रंगे हाथों पकड़ा था। पीड़ित छात्र बलबीर चंद एमसीए प्रथम वर्ष का छात्र है। उसने इस मामले में डेढ़ दर्जनों छात्रों के नामों का खुलासा किया था। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। एंटी रैगिंग कमेटी ने रंगे हाथों पकड़े गए छात्रों को हास्टल से निकाल दिया था। साथ ही पूरे मामले की जांच विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर को सौंप दी गई थी। जांच के दौरान आरोपित समेत कुल 45 छात्रों से पूछताछ की गई है। जिसमें से 20 छात्रों से शुक्रवार को तथा 25 छात्रों से रविवार को पूछताछ हुई। इसमें वे छात्र भी शामिल हैं, जिनकी रैगिंग की घटना के बाद पेशी हुई थी। विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर मंगलवार को जेएनयू प्रशासन को यह रिपोर्ट सौपेंगे।
मालूम हो कि गत 12 अगस्त को जेएनयू के साबरमती हास्टल में एक पीड़ित छात्र की निशानदेही पर एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के चार सीनियर छात्रों को रैगिंग करते रंगे हाथों पकड़ा था। पीड़ित छात्र बलबीर चंद एमसीए प्रथम वर्ष का छात्र है। उसने इस मामले में डेढ़ दर्जनों छात्रों के नामों का खुलासा किया था। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। एंटी रैगिंग कमेटी ने रंगे हाथों पकड़े गए छात्रों को हास्टल से निकाल दिया था। साथ ही पूरे मामले की जांच विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर को सौंप दी गई थी। जांच के दौरान आरोपित समेत कुल 45 छात्रों से पूछताछ की गई है। जिसमें से 20 छात्रों से शुक्रवार को तथा 25 छात्रों से रविवार को पूछताछ हुई। इसमें वे छात्र भी शामिल हैं, जिनकी रैगिंग की घटना के बाद पेशी हुई थी। विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर मंगलवार को जेएनयू प्रशासन को यह रिपोर्ट सौपेंगे।
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