राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने आज सेना, नौसेना और वायु सेना के सदस्यों को उनकी सेवाओं से संबंधित न्याय दिलाने के लिए सशस्त्र बल पंचाट ‘आर्म्ड फोर्सेस ट्रिब्यूनल' का उद्घाटन किया । पाटिल ने इस अवसर पर कहा कि पंचाट उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। बहुप्रतीक्षित पंचाट 15 लाख सैन्यकर्मियों और करीब 20 लाख से ज्यादा पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए न्यायिक फोरम है।
राष्ट्रपति ने कहा कि एएफटी नियम, कायदे और काम करने के तरीके बना सकता है जो उसके मकसद को प्रभावी तरीके से पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि ट्रिब्यूनल की स्थापना करने वाला अधिनियम नागरिक प्रक्रिया संहिता से बंधा हुआ नहीं है और इसलिए इसकी प्रक्रियाओं में लचीलापन है। दिसंबर 2007 में संसद के एक अधिनियम के तहत स्थापित पंचाट 11 अगस्त से काम करना शुरू कर देगा ।
राष्ट्रपति ने कहा कि एएफटी नियम, कायदे और काम करने के तरीके बना सकता है जो उसके मकसद को प्रभावी तरीके से पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि ट्रिब्यूनल की स्थापना करने वाला अधिनियम नागरिक प्रक्रिया संहिता से बंधा हुआ नहीं है और इसलिए इसकी प्रक्रियाओं में लचीलापन है। दिसंबर 2007 में संसद के एक अधिनियम के तहत स्थापित पंचाट 11 अगस्त से काम करना शुरू कर देगा ।
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