पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Wednesday, August 19, 2009

मेडिकल छात्रों से रैगिंग, दो गिरफ्तार।


तमाम दावों के बावजूद रैगिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। हरियाणा, दिल्ली के बाद अब राजस्थान में रैगिंग का मामला सामने आया है। जयपुर में मेडिकल कालेज के सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों से रैगिंग की। इस मामले में दो छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 18 छात्रों को निलंबित कर दिया गया। 

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 13 अगस्त को कुरुक्षेत्र इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी एंड मैनेजमेंट [केआईटीएम] में रैगिंग का मामला सामने आया था। इससे पूर्व दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में भी रैगिंग हुई थी। इसमें एक छात्रा भी शामिल थी। अब मंगलवार देर शाम को जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कालेज के छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि एमबीबीएस द्वितीय सेमेस्टर के कुछ छात्रों ने प्रथम सेमेस्टर के 40 छात्रों को एक प्राइवेट बस में बैठाकर शहर से दूर ले गए। वहां ले जाकर उनके साथ रैगिंग की। छात्रों के कपड़े उतरवाने के साथ ही मारपीट की गई। किसी तरह छात्र उनके चंगुल से भाग निकले। 

पीड़ित छात्रों ने कालेज प्रशासन और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और कालेज प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस ने दो छात्रों दीपेंद्र यादव और कमलेश बेनीवाल को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में सवाई मान सिंह मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. अशोक पानगढि़या ने बताया कि रैगिंग मामले में 18 छात्रों को निलंबित किया गया है। इस मामले को लेकर बुधवार को बैठक होगी। उसमें इस मामले को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रैगिंग की यह घटना शर्मनाक है। इसे रोकने के हरंसभव प्रयास किए जाएंगे।

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