
न्यायमूर्ति वर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के कई न्यायाधीशों ने उनके साथ व्यक्तिगत बातचीत में स्वीकार किया है कि वे ऐसा करने को तैयार हैं। न्यायमूर्ति वर्मा ने कहा कि बस मैं चाहता हूँ कि मुख्य न्यायाधीश अपनी संपत्ति सार्वजनिक कर इस विवाद का पटाक्षेप करें। न्यायमूर्ति वर्मा ने भरोसा जताया कि जो न्यायाधीश अपनी संपत्ति सार्वजनिक करने को राजी हैं, वे मुख्य न्यायाधीश द्वारा अपनी संपत्ति सार्वजनिक किए जाने के बाद तुरंत ही ऐसा करेंगे और न्यायपालिका के खिलाफ अरुचिकर बहस का अंत हो जाएगा। प्रधान न्यायाधीश द्वारा इस मामले पर आम सहमति की आवश्यकता बताए जाने पर न्यायमूर्ति वर्मा ने कहा कि यह पहले से ही है।
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