सीकर शहर कोतवाली पुलिस ने बीएड कराने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले एक युवक को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ पांच छात्रों ने ठगी कर रुपए ऐंठने का अलग-अलग मामला दर्ज कराया था। आईओ रणजीतसिंह ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी गाजियाबाद के पटेल नगर निवासी विकास सक्सेना पुत्र आनंद मोहन सक्सेना है। विकास सक्सेना और जालोढ़ निवासी उसके दो साथी डूंगरसिंह और कल्याणसिंह राठौड़ शहर के राणी सती रोड स्थित अशोक विहार में बीएड कोचिंग चलाते थे।
इंस्टीट्यूट संचालकों ने छात्रों को तीन महीने की कोचिंग कराकर मेरठ विवि. से बीएड की परीक्षा दिलवाने की भी जिम्मेदारी ली थी। इसके लिए उसने प्रति छात्र 80 हजार रुपए लिए थे। आईओ ने बताया कि संचालकों ने फर्जीवाड़ा कर विवि. में छात्रों का पैसा जमा ही नहीं किया, जिस कारण वे परीक्षा नहीं दे सके। दबाव पड़ने पर उन्होंने फिर से रकम लेकर कुछ छात्रों को परीक्षा दिलवा दी थी।
इसी मामले में बीकानेर अन्तर्गत लूणकरणसर की मंजू ढाका ने 11 जून, 09 को तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद चार अन्य छात्रों ने भी मामला दर्ज कराया। पहले मुकदमे में आरोपी विकास सक्सेना को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया है। अन्य मामलों में भी उसे बारी-बारी से कोर्ट में पेश किया जाएगा। अन्य दोनों आरोपियों की तलाश भी की जा रही है।
इंस्टीट्यूट संचालकों ने छात्रों को तीन महीने की कोचिंग कराकर मेरठ विवि. से बीएड की परीक्षा दिलवाने की भी जिम्मेदारी ली थी। इसके लिए उसने प्रति छात्र 80 हजार रुपए लिए थे। आईओ ने बताया कि संचालकों ने फर्जीवाड़ा कर विवि. में छात्रों का पैसा जमा ही नहीं किया, जिस कारण वे परीक्षा नहीं दे सके। दबाव पड़ने पर उन्होंने फिर से रकम लेकर कुछ छात्रों को परीक्षा दिलवा दी थी।
इसी मामले में बीकानेर अन्तर्गत लूणकरणसर की मंजू ढाका ने 11 जून, 09 को तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद चार अन्य छात्रों ने भी मामला दर्ज कराया। पहले मुकदमे में आरोपी विकास सक्सेना को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया है। अन्य मामलों में भी उसे बारी-बारी से कोर्ट में पेश किया जाएगा। अन्य दोनों आरोपियों की तलाश भी की जा रही है।
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