पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट
संवैधानिक अधिकार है संपत्ति का अधिकार
4 Comments - 19 Apr 2011
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि संपत्ति का अधिकार संवैधानिक अधिकार है और सरकार मनमाने तरीके से किसी व्यक्ति को उसकी भूमि से वंचित नहीं कर सकती। न्यायमूर्ति जी एस सिंघवी और न्यायमूर्ति ए के गांगुली की पीठ ने अपने एक फैसले में कहा कि जरूरत के नाम पर निजी संस्थानों के लिए भूमि अधिग्रहण करने में सरकार के काम को अदालतों को 'संदेह' की नजर से देखना चाहिए। पीठ की ओर से फैसला लिखते हुए न्यायमूर्ति ...

More Link

Monday, August 17, 2009

वकीलों के शुल्क निर्धारण व्यवस्था पर विचार हो- गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुझाव दिया है कि आम लोगों को सस्ता व सुलभ न्याय दिलाने के लिए राज्यों की बार काउंसिल को वकीलों के शुल्क निर्धारण की व्यवस्था पर विचार करना चाहिए। राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में गहलोत ने कहा कि गरीबों को सस्ता व सुलभ न्याय दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की सम्पूर्ण बैंच को भी प्रयास करना चाहिए। हाइकोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति की चयन प्रक्रिया की चर्चा करते हुए गहलोत ने ऎसी व्यवस्था बनाने का सुझाव भी दिया जो वकीलों को न्यायाधीश बनाने के निर्धारित मापदण्डों और चयन की कसौटी पर खरा उतरे। 

गहलोत ने जोधपुर में हाइकोर्ट के नए भवन का निर्माण जल्द पूरा करवाने के लिए केन्द्रीय विधि मंत्री वीरप्पा मोइली से भवन की कुल लागत 138.85 करोड़ रूपए की सत्तर फीसदी राशि केन्द्रीय सहायता के रूप में दिलवाने का आग्रह किया। उन्होंने राजस्थान में मजिस्ट्रेट स्तर पर फास्ट ट्रेक कोर्ट स्थापित करने के लिए शत प्रतिशत केन्द्रीय मदद व प्रदेश के 14 जिलों में पारिवारिक न्यायालय की स्थापना के लिए 50 पीसदी केन्द्रीय मदद का आग्रह किया।

0 टिप्पणियाँ: