पूर्व भाजपा नेता जसवंत सिंह की विवादित पुस्तक पर लगाए गए प्रतिबंध को गुजरात हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इस संबंध में सोमवार को दाखिल की गई याचिका पर एक-दो दिन में सुनवाई की उम्मीद है। जसवंत सिंह की विवादित पुस्तक ‘जिन्ना : इंडिया, पार्टीशन, इंडिपेंडेंस’ को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। गुजरात सरकार ने राज्य में पुस्तक की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है, जिसके विरोध में नवनिर्माण आंदोलन के नेता मनीषी जानी व मशहूर लेखक प्रकाश न. शाह ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिकाकर्ता राज्य सरकार के आदेश को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
याचिका में कहा गया है कि पुस्तक को प्रतिबंधित करने के बारे में 19 अगस्त को राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना गैरकानूनी व असंवैधानिक है। यह लोगों की पढ़ने-लिखने की स्वतंत्रता पर प्रहार है और 1973 के संशोधित सीआरपीसी की धारा 96 के प्रावधानों के खिलाफ है।
याचिका में कहा गया है कि पुस्तक को प्रतिबंधित करने के बारे में 19 अगस्त को राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना गैरकानूनी व असंवैधानिक है। यह लोगों की पढ़ने-लिखने की स्वतंत्रता पर प्रहार है और 1973 के संशोधित सीआरपीसी की धारा 96 के प्रावधानों के खिलाफ है।
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