पढ़ाई और जीवन में क्या अंतर है? स्कूल में आप को पाठ सिखाते हैं और फिर परीक्षा लेते हैं. जीवन में पहले परीक्षा होती है और फिर सबक सिखने को मिलता है. - टॉम बोडेट

Monday, August 17, 2009

हाईकोर्टो में 40 लाख, अन्य कोर्टो में दो करोड़ मामले लंबित।


प्रधान न्यायाधीश के जी बालाकृष्णन ने आज कहा कि देश की विभिन्न सुनवाई एवं उच्च न्यायालयों में 3.11 करोड़ से अधिक मुकदमे लंबित हैं।

मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बालाकृष्णन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में 52592 मामले लंबित हैं। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालयों में 40 लाख से अधिक और सुनवाई अदालतों में 2.71 करोड़ मुकदमे लंबित हैं।

उन्होंने लंबित मामलों के भार में कमी और उनके त्वरित निबटारे के लिए लोक अदालतों, मध्यस्थता, बातचीत के जरिए हल जैसे वैकल्पिक उपायों पर बल दिया।

1 टिप्पणियाँ:

Anonymous said...

बहुत सुंदर तभी तो यह देश सारे जहाँ से अच्छा है!!!!!????.....