प्रधान न्यायाधीश के जी बालाकृष्णन ने आज कहा कि देश की विभिन्न सुनवाई एवं उच्च न्यायालयों में 3.11 करोड़ से अधिक मुकदमे लंबित हैं।
मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बालाकृष्णन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में 52592 मामले लंबित हैं। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालयों में 40 लाख से अधिक और सुनवाई अदालतों में 2.71 करोड़ मुकदमे लंबित हैं।
उन्होंने लंबित मामलों के भार में कमी और उनके त्वरित निबटारे के लिए लोक अदालतों, मध्यस्थता, बातचीत के जरिए हल जैसे वैकल्पिक उपायों पर बल दिया।
मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बालाकृष्णन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में 52592 मामले लंबित हैं। उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालयों में 40 लाख से अधिक और सुनवाई अदालतों में 2.71 करोड़ मुकदमे लंबित हैं।
उन्होंने लंबित मामलों के भार में कमी और उनके त्वरित निबटारे के लिए लोक अदालतों, मध्यस्थता, बातचीत के जरिए हल जैसे वैकल्पिक उपायों पर बल दिया।
1 टिप्पणियाँ:
बहुत सुंदर तभी तो यह देश सारे जहाँ से अच्छा है!!!!!????.....
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